शारीरिक शिक्षा का उद्देश्य
लक्ष्य को किसी भी सूरत में अव्यवहारिक नहीं होना चाहिए बल्कि उसे व्यवहारिक रूप में प्रयोजन का संकेत देना चाहिए। शारीरिक शिक्षा के लक्ष्यों के सम्बन्ध में जे. एफ. विलियम्स का कहना है, “शारीरिक शिक्षा का उद्देश्य एक कुशल नेतृत्व व पर्याप्त सुविधाएं उपलब्ध कराना है, जो व्यक्ति या समूह को उन स्थितियों का सामना करने का अवसर प्रदान करती है जो शारीरिक रूप से हितकारी, मानसिक उत्तेजना एवं संतुष्टि और सामाजिक हित वाली होती हैं।” उन्होंने एक प्रयोजन एक दिशा की ओर संकेत किया है, और इसके बावजूद उद्देश्य की सच्चाई को नहीं जाना जा सकता; क्योंकि हमेशा बेहतर अवसर उपलब्ध होते रहते हैं। 1893 में थामस वुड ने कहा था, “शारीरिक शिक्षा भी उतना ही व्यापक उद्देश्य लिए हुए है जितना कि शिक्षा स्वयं लिए हुए होती है और उतनी ही मानव जीवन के लिए उत्कृष्ट एवं प्रेरक है।”
Rohit Kumar
Assistant Professor
Physical Education Department
OPJS UNIVERSITY
Assistant Professor