भारत के ग्रामीण क्षेत्र भारतीय सभ्यता और संस्कृति के हमेशा केंद्र रहे हैं।आज वर्तमान समय में भी भारत की अधिकांश आबादी ग्रामीण क्षेत्रों में ही निवास करती है।इस समय भी भारत के ग्रामीण क्षेत्र का मुख्य कार्य कृषि पर ही निर्भर है। भारत की आजादी से पहले भी ग्रामीण समाज में शिक्षा के महत्व पर जोर दिया जाता था इसकी पहचान कर महात्मा गाँधी ने भी बहुत पहले ही गावों के विकास और शिक्षा के महत्व पर जोर देना शुरू कर दिया था ।ताकि गावों के लोग शिक्षा प्राप्त करके अपने और देश के विकास में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें। भारत में आजादी के बाद भी ग्रामीण शिक्षा महत्व को समझ कर बहुत सी योजनाओं का निर्माण किया गया है क्योंकि जब तक ग्रामीण समाज में शिक्षा की मूलभूत सुविधाएं नहीं होंगी तब तक ग्रामीण समाज और देश का संपूर्ण विकास संभव नहीं हो पाएंगा।
DR.SUSHMA RANI
Department Dean Education
OPJS UNIVERSITY